17 अप्रैल, बुधवार को राम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर अयोध्या मंदिर में राम लला का सूर्य तिलक होगा। इसके पहले राम लला के मस्तक पर एक खास चीज लगाई गई।
सूर्य तिलक से पहले राम लला के मस्तक पर चंदन का लेप किया गया। इस लेप में कई चीजें मिलाई गई जिससे कि राम लला का मस्तक और अधिक चमकदार दिखाई दिया।
राम लला के मस्तक पर लगाए जाने चंदन के लेप में माणिक्य (रूबी) रत्न को पीसकर मिलाया गया। जब सूर्य कि किरणें इस पर पड़ी तो राम लला का रूप और सुंदर हो गया।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माणिक्य लाल रंग का एक रत्न है, जो सूर्य से संबंधित है। यानी जब सूर्य से संबंधित शुभ फल पाने के लिए इस रत्न का अंगूठी में जड़कर पहनते हैं।
माणिक्य रत्न का ज्योतिष शास्त्र मे विशेष महत्व बताया गया है। इसके आभूषण भी बनाए जाते हैं, वहीं इसे धारण करने से कईं तरह की परेशानियां स्वत: ही दूर हो जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीराम सूर्यवंशी हैं। यानी इनका जन्म सूर्यवंश में हुआ है। ये भीएक कारण है कि राम नवमी के मौके पर राम लला के मस्तक पर सूर्य तिलक किया गया।