दिवाली हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार है। इस बार ये पर्व 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। दीपावली पर घरों में देवी लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर इनकी पूजा की जाती है।
पूजन के बाद देवी लक्ष्मी की प्रतिमा का क्या करें। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि देवी लक्ष्मी की प्रतिमा का विधि-विधान से विसर्जन न किया जाए तो इससे अशुभ फल मिलते हैं।
दिवाली पूजन के बाद रात भर देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को अपने स्थान पर ही रहने दें। प्रतिमा को अपने स्थान से न हिलाएं। प्रतिमा के पास शुद्ध घी का अखंड दीपक भी जलते रहना चाहिए।
दीपावली के अगले दिन यानी 1 नवंबर को शुभ मुहूर्त में पहले देवी लक्ष्मी को भोग लगाएं और इसके कुछ देर बाद प्रतिमा को अपने स्थान से थोड़ा सा इधर-उधर खिसका दें।
इसके बाद देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को या तो तुरंत ही किसी नदी, तालाब या कुएं में प्रवाहित कर दें या फिर किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां उस प्रतिमा का किसी भी रूप अपमान न हों।
जब भी देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को प्रवाहित करें तो बोलें कि ‘हे मां, आपकी कृपा हमारे ऊपर हमेशा बनी रहे, हमारे घर में कभी धन-धान्य की कमी न हो। ऐसा बोलकर प्रतिमा प्रवाहित कर दें।