साल 2025 के पहले महीने यानी जनवरी में अमावस्या तिथि 29 जनवरी, बुधवार को रहेगी। ये मौनी अमावस्या रहेगी, जिसे माघी अमावस्या भी कहते हैं।
फरवरी 2025 में अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी। 27 फरवरी, गुरुवार को श्राद्ध अमावस्या और 28 फरवरी, शुक्रवार को स्नान-दान अमावस्या का संयोग बन रहा है।
29 मार्च, शनिवार को चैत्र मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाएगा। ये विक्रम संवंत 2081 का अंतिम दिन भी रहेगा।
27 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास की स्नान-दान और श्राद्ध अमावस्या रहेगी। इसे सतुवाई अमावस्या भी कहते हैं।
मई 2025 में ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी। 26 मई, सोमवार को श्राद्ध और 27 मई, मंगलवार को स्नान-दान अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
25 जून, बुधवार को आषाढ़ मास की अमावस्या रहेगी। इसे इलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इस दिन किसान अपने हल और कृषि उपकरणों की पूजा करते हैं।
24 जुलाई, गुरुवार को श्रावण मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इस हरियाली अमावस्या कहते हैं। इस दिन पौधारोपण का विशेष महत्व है।
अगस्त 2025 में भाद्रपद मास की अमावस्या 2 दिन रहेगी। 22 अगस्त, शुक्रवार को श्राद्ध अमावस्या और 23 अगस्त, शनिवार को स्नान-दान अमावस्या रहेगी।
21 सितंबर, रविवार को अश्विन मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इसे सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। ये श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन भी रहेगा।
साल 2025 में कार्तिक मास की अमावस्या 20 अक्टूबर, सोमवार को रहेगी। इस दिन दीपावली पर्व मनाया जाएगा और केदार गौरी व्रत किया जाएगा।
नवंबर 2025 में अगहन अमावस्या तिथि 2 दिन आएगी। 19 नवंबर, बुधवार को श्राद्ध अमावस्या और 20 नवंबर, गुरुवार को स्नान-दान की अमावस्या रहेगी।
दिसंबर 2025 में पौष मास की अमावस्या तिथि 19 दिसंबर, शुक्रवार को रहेगी। इस दिन पितरों की शांति के लिए उपाय आदि करना श्रेष्ठ रहेगा।