साल 2024 का दूसरा चंद्रग्रहण 18 सितंबर, बुधवार को होगा। भारतीय समय के अनुसार, ये चंद्रग्रहण सुबह 06:11 से 10:17 तक रहेगा। यानी इसकी कुल अवधि 04 घंटे 06 मिनट रहेगी।
18 सितंबर को होने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक मान्य नहीं होगा। जिन दिशों में दिखेगा, जानें वहां के लोग इस दौरान कौन-से काम न करें…
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए। साथ ही भगवान के मंदिर पर पर्दा लगा देना चाहिए। ग्रहण काल में पूजा करना शुभ नहीं माना जाता।
विद्वानों के अनुसार, ग्रहण काल में भोजन भी नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से सेहत बिगड़ने का खतरा बना रहता है। बहुत जरूरी हो तो बच्चे और बुजुर्ग थोड़ा-बहुत खा सकते हैं।
धर्म ग्रंथों में बताए गए नियमों के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान सोना भी नहीं चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। बच्चे और बुजुर्ग के लिए ये नियम नहीं है।
ग्रहण काल के दौरान स्त्री संग भूलकर भी न करें। ऐसा करना बहुत ज्यादा अशुभ फल देने वाला माना जाता है। इस दौरान ऐसे विचार भी मन में नहीं आना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें।
ग्रहण काल के दौरान धार वाली चीजें जैसे चाकू, कैंची और सुई आदि का उपयोग भी नहीं करना चाहिए। विद्वानों के अनुसार, ये काम करने से भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
विद्वानों के अनुसार, चंद्र ग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। यहां तक कि चंद्र ग्रहण की किरणों के संपर्क में सीधे नहीं आना चाहिए। इससे सेहत बिगड़ने का भय रहता है।