1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव अब क्रिकेट एक्सपर्ट के रूप में टीवी चैनल पर नजर आते हैं। 2021 में उन्हें हार्ट अटैक भी आया था।
भारतीय वर्ल्ड कप विजेता टीम के सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर का क्रिकेट से कभी नाता नहीं टूटा। इन दिनों को क्रिकेट कमेंट्री करते हैं और अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं।
सुनील गावस्कर के साथ सलामी बल्लेबाजी करने वाले कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने 1992 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और अब वो टीवी चैनल पर एक्सपर्ट एडवाइस देते नजर आते हैं।
रवि शास्त्री 1983 वर्ल्ड कप में बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में नजर आए थे। वह 2021 तक इंडियन क्रिकेट टीम के हेड कोच रहे और उसके बाद वह कमेंट्री कर रहे हैं।
यशपाल शर्मा ने 1983 विश्व कप के दौरान 2 अर्धशतक सीरीज में लगाए थे। हालांकि, 13 जुलाई 2021 को हार्ट अटैक के चलते उनका निधन हो गया।
संदीप पाटिल ने भी वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल में 27 रनों की पारी खेली थी। हालांकि, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह कुछ वक्त के लिए केन्या के कोच बने थे।
1983 विश्वकप टीम में बलविंदर संधू ने अपनी गेंद से बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। हालांकि, 1984 के बाद से उन्होंने कोई मैच नहीं खेला और वह एक साधारण जिंदगी जीते हैं।
सैयद किरमानी वर्ल्ड कप विजेता टीम में विकेटकीपर थे। विश्वकप के बाद वह क्रिकेट से दूर हो गए। 2016 में उन्हें कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
मदनलाल ने विश्व कप 1983 सीरीज में आठ मुकाबले में 17 विकेट चटकाए थे। अब वो एक नेता है और 2009 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली।
रोजर बिन्नी वर्ल्ड कप विजेता टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कई टीमों की कोचिंग करते नजर आए। फिलहाल वो बीसीसीआई के अध्यक्ष है।
मोहिंदर अमरनाथ 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के उप कप्तान थे। उस सीरीज में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। अब वह क्रिकेट एडवाइजर के रूप में नजर आते हैं।
कीर्ति आजाद भी 1983 विश्वकप टीम का हिस्सा थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह राजनीति में आ गए और कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली।