आईपीएल के हर मैच और प्लेयर का इंश्योरेंस होता है। आईपीएल की फ्रेंचाइजी और BCCI हर मैच और खिलाडि़यों का बीमा करवाते हैं। इससे किसी नुकसान की भरपाई की जाती है।
लीग की टीमें और BCCI सभी प्लेयर का बीमा कराते हैं। हर मैच, वेन्यू तक का बीमा होता है। किसी कारण मैच रद्द होता है तो फ्रेंचाइजी को पैसों और BCCI को स्पांसर से नुकसान नहीं होता है।
मैच, वेन्यू के अलावा अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसे फीस का कुछ हिस्सा मिलता है। मैच में बढ़ते रिस्क को देखते फ्रेंचाइजी टीमें और BCCI इंश्योरेंस का सम-एश्योर्ड बढ़ा रही हैं
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोई मैच या वेन्यू रद्द होता है तो बीमा सम-एश्योर्ड का पैसा टीम को मिल जाता है। इसका भुगतान बीमा कंपनियों की तरफ से किया जाता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर चोटिल होकर कोई खिलाड़ी मैच से बाहर हो जाता है तो बीमा होने से उसे 50 प्रतिशत मैच का भुगतान बीमा कंपनियां करती हैं।
एक्सपर्ट्स ने बताया कि लीग की टीमें अपने इंश्योरेंस का पैसा लगातार बढ़ाने पर जोर दे रही हैं। 2018 में सम एश्योर्ड 230 करोड़ था, जो 2021 में बढ़कर 4,000 करोड़ रुपए हो गया था।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लीग का बीमा ज्यादातर जनरल इंश्योरेंस कैटेगरी में आता है। इस साल IPL पर लोकसभा चुनाव की वजह से जोखिम है, इसलिए सम-एश्योर्ड में भी काफी इजाफा हो सकता है।