भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल के गुरु उनके पिता लखविंदर सिंह गिल और केआर मंगवानी हैं। इतना ही नहीं शुभमन गिल को बैटिंग के टिप्स युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह से भी मिली है।
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल के गुरु ज्वाला सिंह हैं, जिन्होंने मुंबई में उन्हें न केवल क्रिकेट की कोचिंग दी, बल्कि रहने के लिए छत भी दी थी।
विराट कोहली को किंग बनाने वाले गुरु राजकुमार शर्मा है, जो दिल्ली के जाने-माने क्रिकेट कोच हैं। विराट को टीनएज में उन्हीं ने ट्रेंड किया और खेल के साथ डिसिप्लिन और टेक्निक भी सिखाई।
रोहित शर्मा के कोच का नाम दिनेश लाड है, वो रोहित के स्कूल के कोच थे। रोहित को पहले ऑफ स्पिनर बनना था, लेकिन दिनेश लाड ने ही उन्हें बैटिंग में करियर बनाने की सलाह दी।
एमएस धोनी के कोच उनके स्कूल के पीटी टीचर केशव बनर्जी थे। उन्होंने धोनी को गोलकीपर से विकेटकीपर बनने की सलाह दी। इतना ही नहीं धोनी ने हेलीकॉप्टर शॉट खेलना अपने दोस्त से ही सीखा था।
जसप्रीत बुमराह के बचपन के कोच किशोर त्रिवेदी हैं। इसके अलावा उन्होंने MI के कोच जॉन राइट से बॉलिंग स्किल्स सीखी। भारतीय टीम के बॉलिंग कोच भारत अरुण ने उनकी गेंदबाजी को निखारा।
भारतीय क्रिकेटर रिंकू से के कोच यूपी के अलीगढ़ के मसूद अमीनी हैं, जिन्होंने उनकी स्किल्स को और निखारा।
युवराज सिंह के गुरु उनके पिता योगराज सिंह थे, जो खुद भी पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं। उन्होंने युवराज को ट्रेनिंग दी और क्रिकेट के साथ ही डिसिप्लिन और प्रेशर को हैंडल करना भी सिखाया।
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को चंडीगढ़ में युवराज सिंह ने ट्रेनिंग दी। इसके अलावा शुरुआत में उनके पिता राजकुमार शर्मा ने ही उन्हें क्रिकेट की कोचिंग दी।
श्रेयस अय्यर के कोच का नाम प्रवीण आमरे हैं, जिन्होंने उनकी बैटिंग स्किल्स को निखारा और उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज बनने में मदद की।