कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। दलित विरोध में हो गए क्योंकि उनका रोजगार ताड़ी के व्यापार पर निर्भर था।
पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर ने पहली बार ओबीसी आरक्षण के लिए 1977 में मुंगेरीलाल कमीशन लागू किया। इससे पिछड़ों को नौकरियों में आरक्षण मिला।
कर्पूरी ठाकुर के सीएम कार्यकाल में बिहार पहला राज्य बना जहां 8वीं तक पढ़ाई फ्री थी।
कर्पूरी ठाकुर ने अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म किया। वह उर्दू को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिलवाए।
पांच एकड़ तक जोत वाले किसानों की मालगुजारी टैक्स को माफ कर दिया। गैर लाभकारी जमीन पर भी टैक्स को बंद किया।
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