उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है। लेकिन बिहार में बारिश ने शुरूआत में ही जो तबाही मचा रही है वह डरावनी है। सड़कों पर जाम लगने लगा है।
बिहार के बेगूसराय-समस्तीपुर और नेपाली सीमा वाले जिलों में हालात बुरे हैं। स्कूलों से लेकर अस्पतालों में पानी भर गया है तो सड़कें पूरी तरह से धंस गई हैं।
कटिहार और नालंदा में बाढ़ जैसे हालात हैं। घरों में पानी भर गया है तो हाईवे पर दो फीट ऊपर पानी बह रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने के लिए मजबूर हैं।
बारिश के चलते जहानाबाद, वैशाली, नालंदा, बेगूसराय और भागलपुर में आकाशीय बिजली कहर देखने को मिला। जिसके चलते एक दिन में 17 लोगों की मौत हो गई।
भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में तो 24 घंटे से बारिश जारी है। जिसके कारण बिहार के कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं गंगा-गंडक ओर कोशी समेत कई नदियां उफान पर हैं।
बिहार में बारिश और बिजली गिरने से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। वहीं सीएम ने मृतकों के परिवारवालों को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है