छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में हालात तनावपूर्ण हैं, सरकार के आदेश के बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। वहीं चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती है।
बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय ने जो हंगामा किया उससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। कलेक्टर और एसपी दफ्तर जला दिए। वहीं दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी आगजनी में घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि सतनामी प्रदर्शन के दौरान मौके पर 7-8 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। जिन्होंने यह हिंसा की। तोड़फोड़ की, पत्थरबाजी की गई। इस हिंसक झड़प में कई जख्म हैं।
देखते ही देखते भीड़ ने कलेक्टर और एसपी दफ्तर के सामने खड़ीं दर्जनों कारों में आग लगा दी। इस भयानक आगजनी में दर्जनों चार पहिया और दो पहिया वाहन जलकर खाक हो गए।
बता दें कि इस आगजनी में कलेक्टर दफ्तर में रखे कई विभागों के महत्वपूर्म दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।
यह हिंसा सतनामी समुदाय धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त करने से हुई। जिसका विरोध 15 मई से हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास विरोध जता रहे थे। लेकिन सोमवार को विरोध हिंसा में बदल गया
बताया जा रहा है कि यह लोग कलेक्टर-एसपी से गुहार लगा चुके थे। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अचानक उनका विरोध उग्र हो गया और भीड़ कलेक्टर परिसर में घुस गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी।