तमाम एलर्टनेस के बावजूद साइबर क्रिमिनल लोगों को हर दिन लाखों करोड़ों की चोट दे रहे हैं। आईए जानते हैं कि दिल्ली के एक व्यक्ति को एक फोन कॉल ने कैसे 12 लाख रुपये का चूना लगा दिया?
दिल्ली पुलिस ने 12 लाख की फिशिंग ठगी के मामले में 2 साइबर क्रिमिनलों को अरेस्ट किया। इन ठगों ने एक व्यक्ति को फर्जी "ट्रेजरी ऑफिसर" बनकर पेंशन डाक्यूमेंट अपडेशन के बहाने धोखा दिया।
24 अक्टूबर को वसंत एन्क्लेव के निवासी शिकायतकर्ता को एक अननोन कॉल आई। कॉलर ने खुद को ग्वालियर का "ट्रेजरी ऑफिसर" बताया और कहा कि उनकी पेंशन डिस्ट्रीब्यूशन एजेंसी ग्वालियर में है।
आरोपी ने पीड़ित से पेंशन एकाउंट से जुड़े डाक्यूमेंट अपडेट करने को कहा और एक लिंक भेजा। लिंक पर ऑनलाइन फॉर्म भरते ही शिकायतकर्ता के एकाउंट से 11.70 लाख रुपये डेबिट हो गए।
पुलिस ने ट्रांजेक्शन की जांच की तो पता चला कि 5 लाख पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी लोचन प्रसाद के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए हैं। टीम ने टेक्निकल साक्ष्य जुटाए और आरोपी की पहचान की।
पुलिस ने मुख्य आरोपी लोचन प्रसाद को छत्तीसगढ़ और उसके सहयोगी विकास कुमार को छत्तीसगढ़ के उसके पैतृक गांव से गिरफ्तार किया गया। आरोपी लगातार ठिकाना बदल रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। किसी भी संदिग्ध लिंक या कॉल पर जानकारी शेयर न करें और तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करने को कहा है।