BJP के प्रमुख नेता प्रवेश वर्मा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है।
राजनीति में मजबूत पकड़, बेबाक अंदाज और विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले प्रवेश वर्मा का राजनीतिक सफर दिलचस्प रहा है। जानिए उनके शिक्षा, करियर, संपत्ति से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को एक राजनीतिक परिवार में हुआ। पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के सीएम रह चुके थे, जबकि उनके चाचा आजाद सिंह उत्तर दिल्ली नगर निगम के मेयर रहे हैं।
प्रवेश वर्मा ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के. पुरम से पढ़ाई की, फिर किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फॉर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MBA की डिग्री ली।
प्रवेश वर्मा 2013 में महरौली सीट से विधायक बने, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को हराया।
प्रवेश वर्मा 2014 में पश्चिमी दिल्ली से सांसद बने और 2019 में कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5,78,486 वोटों से हराकर दिल्ली की राजनीति में सबसे बड़ी जीत दर्ज की।
उन्होंने संसद की वेतन एवं भत्तों की संयुक्त समिति और शहरी विकास समिति में काम किया, जिससे उनकी राजनीतिक पकड़ और मजबूत हुई।
2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में अरविंद केजरीवाल को "आतंकी" कहा, जिसके चलते चुनाव आयोग ने 24 घंटे के लिए बैन लगाया।
2025 के हलफनामे के अनुसार, प्रवेश वर्मा की कुल संपत्ति ₹115.64 करोड़ है, जबकि उन पर ₹74.38 करोड़ का कर्ज भी है।
प्रवेश वर्मा ने स्वाति सिंह वर्मा से शादी की है। स्वाति बीजेपी नेता विक्रम वर्मा की बेटी हैं। दंपति के तीन बच्चे हैं, एक बेटा- शिवेन सिंह, दो बेटियां, सानिधि और प्रिशा।
स्वाति वर्मा तब सुर्खियों में आईं और प्रसिद्धि हासिल की जब उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली विधानसभा सीट के लिए बैकअप कैंडिडेट के तौर पर नामांकन दाखिल किया था।