अनंत अंबानी-राधिका मार्चेंट प्री-वेडिंग फंक्शंस के लिए गुजरात का जामनगर सज-धजकर तैयार हो गया है। कई VVIP गेस्ट पहुंच चुके हैं। इस शहर के इतिहास, भूगोल और हर चीज की चर्चा हो रही है।
ऑयल सिटी से मशहूर जामनगर की पहचान बांधनी कला, जरी की कढ़ाई और ऑयल रिफाइनरी को लेकर है। हालांकि, इसकी पहचान पूरी दुनिया में बनी है।
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी ने पोलैंड पर हमला कर दिया। यहां के लोगों के लिए जान बचाना मुश्किल हो गया। तब पोलैंड से करीब 1,000 लोग भारत आएं, जिनमें बच्चे-महिलाएं भी थीं।
महाराजा दिग्विजय सिंह ने दिल खोलकर पोलैंड से आए शरणार्थियों की मदद की। जामनगर से 25 किमी दूर उनके लिए गांव बसाया और उन्हें हर सुविधाएं दी। ये लोग 9 साल तक यहां रहें।
जामनगर का नाम मानवता के लिए प्रसिद्ध हो गया। राजा की वाहवाही हुई। जंग खत्म होने के बाद शरणार्थी वापस लौटे। पोलैंड ने महाराजा दिग्विजय सिंह को प्रेजिडेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया।
जामनगर की इस दरियादिली को पोलैंड सरकार ने 'लिटिल पोलैंड इन इंडिया' नाम से डॉक्यूमेंट्री बनाई। जिसमें महाराजा का आभार जताया गया, कि किस तरह उन्होंने पोलैंड के कल्चर को बचाया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आज भी पौलैंड के कई लोग जामनगर में रहते हैं। वे समय-समय पर अपने देश जाते हैं, लेकिन जामनगर को अपना घर मानते हैं। पौलेंड भी जामनगर और भारत से खास रिश्ता रखता है।