3 मई की रात को पहलवानों की पुलिस से झड़प हुई। 4 मई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान CJI जस्टिस ने केस बंद करने की बात कही
18 जनवरी को पहलवान पहली बार बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन स्थल पर एकत्रित हुए थे
18 जनवरी को भारतीय कुश्ती संघ(WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया
18 जनवरी को खेल मंत्रालय ने WFI से जवाब मांगा और उसे जवाब देने के लिए 72 घंटे का समय दिया
19 जनवरी को पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनके आवास पर लगभग पांच घंटे चर्चा की, लेकिन नतीजा सिफर रहा
20 जनवरी को आईओए ने 2012 ओलंपिक पदक विजेता एमसी मैरीकॉम की अगुवाई में 7 सदस्यीय पैनल का गठन किया
21 जनवरी को खेलमंत्री से फिर मिले पहलवान। आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन बंद। दुबारा धरना शुरू होने पर नवजोत सिद्धू भी पहुंचे
21 जनवरी को WFI ने खेल मंत्रालय को जवाब सौंपा। बृजभूषण सिंह ने आरोप नकारे, दुबारा शुरू हुए धरने पर प्रियंका गांधी-केजरीवाल भी पहुंचे
23 जनवरी को खेल मंत्रालय ने मैरी कॉम को 5 सदस्यीय निगरानी समिति (OC) के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया। जांच के लिए 4 हफ्ते दिए
25 अप्रैल को बृजभूषण सिंह के खिलाफ FIR की मांग को लेकर पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट की ओर रुख किया, दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की
28 अप्रैल को पहलवानों ने कहा कि वे WFI प्रमुख को जेल नहीं भेजे जाने तक धरना देते रहेंगे, दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया सपोर्ट