पावागढ़ पर्वत पर स्थित सिद्ध काली मंदिर 10वीं या 11वीं शताब्दी में बनाया गया था। ये मंदिर 51 शक्तिपीठों में से शामिल किया जाता है। यहां देवी कालिका की मूर्ति दक्षिणमुखी है ।
गुजरात पंचमहल ज़िले में स्थित पावागढ़ मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल है। इसकी देखरेख चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क मैनेजमेंट करता है।
शक्तिपीठ में काली यंत्र की पूजा-अर्चना की जाती है। यहां देवी कालिका सहित बहुचरमाता की भी मूर्तियां भी स्थापित हैं। .
महाकाली मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां सीढ़ियों के अलावा रोपवे की मदद से पहुंचा जा सकता है।
इस फेमस मंदिर में 78 लाख की कीमत वाले स्वर्ण आभूषण चुराए गए थे। मंदिर प्रबंधन ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई थी।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक संदिग्ध की पहचान की थी। सूरत निवासी Vidur Vasava ने अपराध भी कबूल कर लिया है। उसने जुए की लत की वजह से इस मंदिर को चोरी के लिए चुना था
पुलिस अधीक्षक, हिमांशु सोलंकी के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसने Google Earth के जरिए मंदिर के गर्भगृह तक जाने का रास्ता तलाशा था।
वसाबा ने मंदिर के लेआउट को अच्छी तरह से एग्जामिन किया था। वही गर्भगृह सेंटोरम में एक छोटे से वेंटिलेशन छेद तक पहुंच गया, जहां से उसने गोल्ड ज्वेलरी को चुराया था।
पुलिस ने आरोपी के पास से सभी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की ज्वेलरी बरामद कर ली है।