मध्यप्रदेश के हरदा में मंगलवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हो गया। जिसके चपेट में आने के कारण करीब 50 से अधिक घरों में भी आग लग गई।
इस हादसे में मंगलवार दोपहर तक करीब 12 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 70 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। जिनका सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
फैक्ट्री में हुआ विस्फोट इतना भयानक था कि रास्ते से गुजर रहे कुछ लोगों की वहीं मौत हो गई और उनके हाथ पैर के टुकड़े भी यहां-वहां जाकर गिरे।
पुलिस प्रशासन ने आसपास स्थित 100 से अधिक घरों को खाली करवाया।
आग को काबु करने के लिए नर्मदापुरम, बैतूल, छनेरा, खंडवा, सीहोर, भोपाल से दमकल की गाडियां भेजी गई। इसके बावजूद भी फैक्ट्री में एक के बाद एक विस्फोट हो रहे थे।
घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए करीब 30 से 35 एंबुलेंस पहुंच गई। पुलिस सहित अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी राहत दल के रूप में लोगों की जान बचाने में जुट गए।
हादसे के तुरंत बाद इंदौर से डॉक्टरों की टीम भेज दी गई। इसी के साथ एंबुलेंस और दमकल कर्मियों को भेजा गया है।
फैक्ट्री में इतना भीषण विस्फोट हुआ कि शवों के टुकड़े आधा-आधा किलोमीटर दूर तक जा गिरे, जिन्हें आसपास के बस्ती वालों द्वारा कपड़ों से ढ़का गया।
हादसे के दौरान फैक्ट्री से निकल रहा धुआं कई किलोमीटर दूर से नजर आ रहा था। जो लोग उसी रास्ते से निकलते थे, उन्हें भी कई किलोमीटर दूर ही रोक दिया, जिससे वे भी परेशान हैं।
जो लोग इस हादसे में घायल हो गए या जिनकी मौत हो गई है। उनके परिजनों का हाल भी बुरा है। फैक्ट्री से लेकर अस्पताल तक लोगों के रोने बिलखने की आवाजें सुनाई दे रही है।
फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों के परिजन बदहवास हालत में घूम घूमकर और एक दूसरे को फोन लगाकर अपनों की जानकारी लेने में जुटे हैं। प्रशासन उन्हें सब ठीक होने का आश्वासन दे रहा है।