MP के ओरछा को चौथी वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनाया जाएगा। अभी यह यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में है। इसे परमानेंट लिस्ट में शामिल करने के लिए डॉजियर और डॉक्यूमेंटेशन का काम पूरा हो गया है
ओरछा निवाड़ी जिले में आता है। ओरछा में राजा मधुकरशाह बुंदेला ने यहां चतुर्भुज मंदिर बनवाया था। यह 1501 में बुंदेलखंड की राजधानी था
ओरछा की स्थापना रुद्र प्रताप सिंह बुंदेला ने की थी। यह बुंदेलखंड क्षेत्र में बेतवा नदी के किनारे बसा है। यह टीकमगढ़ से 80 किमी और यूपी के झांसी से 15 किमी दूर है
ओरछा को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने केंद्र सरकार प्रपोजल भेज चुकी है। अभी मप्र की 3 साइट्स खजुराहो, भीमबेटका और सांची के स्तूप वर्ल्ड हेरिटेज साइट हैं
जल्द मांडू को भी वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल करने प्रपोजल भेजा जाएगा। मांडू 1998 से यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में हैं। यहां रानी रूपमती का हिंडोला और होशंगशाह का मकबरा है
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को भी परमानेंट लिस्ट में शामिल करने की कोशिशें जारी हैं। यह 2021 की टेंटेटिव लिस्ट में है। यह टाइगर का सबसे बड़ा गढ़ है। यहां 300 वन्य जीव प्रजातियां हैं
जबलपुर का विश्व प्रसिद्ध धुआंधार जलप्रपात यानी भेड़ाघाट 2021 की टेंटेटिव लिस्ट में है। यहां सर्दियां में प्रवासी पक्षी अपनी बसेरा करते हैं।