बड़वानी जैसे आदिवासी और पहाड़ी इलाकों में काम करने वाले IAS अफसर डॉ. राहुल फटिंग को पीएम मोदी खुद PM Excellence Award देने जा रहे हैं। आखिर क्यों? पढ़ें पूरी कहानी।
डॉ. फटिंग ने मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के दूरस्थ और दुर्गम जंगलों में सरकारी योजनाएं पहुंचाकर हजारों आदिवासियों की जिंदगी बदल दी है।
PM Excellence Award के तहत प्रशस्ति पत्र , ट्रॉफी और ₹20 लाख की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसका उपयोग लोकहित से जुड़े नई प्रोजेक्टस और संसाधनों के विकास में किया जा सकता है।
जिन गांवों तक सड़क नहीं, वहां डॉ. फटिंग ने मोबाइल हेल्थ यूनिट और ई-हेल्थ टेक्नोलॉजी से इलाज पहुंचाया, जिससे हजारों लोगों को जीवनदान मिला।
जिन बच्चों ने कभी स्कूल नहीं देखा, उनके लिए पहाड़ी गांवों में विशेष शिक्षा केंद्र शुरू कर पढ़ाई को गांव तक पहुंचाया और ड्रॉपआउट कम किए।
IAS फटिंग ने महिलाओं को आजीविका से जोड़ने के लिए स्वयं सहायता समूहों को टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग से जोड़ा, जिससे वे आत्मनिर्भर बनीं।
डॉ. फटिंग का ‘मल्टी सेक्टोरल मॉडल’ इतना असरदार रहा कि उसकी गूंज सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची, और अब उन्हें नेशनल लेवल पर सम्मान मिल रहा है।
IAS फटिंग ने बड़वानी जैसे पिछड़े इलाके में ई-गवर्नेंस, ऐप आधारित सर्विस डिलीवरी और ट्रैकिंग सिस्टम लागू कर सरकारी कामकाज को पारदर्शी बना दिया।
डॉ. राहुल फटिंग के नवाचारों को केंद्र सरकार अब अन्य आदिवासी और दुर्गम क्षेत्रों में लागू करने की तैयारी में है। वे देशभर के IAS अफसरों के लिए रोल मॉडल बन गए हैं।