ज़मीन से जुड़े लोगों और क्षितिज पर नज़र रखने वाले एक चतुर राजनेता, 54 वर्षीय देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के 31वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। जानिए उनकी सफलता की कहानी।
वे एक गंभीर प्रशासक हैं। एक दशक से भी अधिक समय में फडणवीस PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय टीम के सदस्यों में से एक के रूप में उभरे हैं।
'मिस्टर क्लीन' की छवि और 'कॉमन मैन' के चेहरे वाले भाजपा नेता ने राजनीति में कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया। महायुति की शानदार जीत के सूत्रधार फडणवीस गुरूवार को CM की शपथ लेंगे।
फडणवीस शिवसेना और NCP के अलावा 1 दर्जन से अधिक छोटी पार्टियों संग गठबंधन चलाते हैं। उनका कथन "मी पुन्हा यिन" (मैं फिर आऊंगा) ने साबित कर दिया है कि वे वापसी करने वाले व्यक्ति हैं।
2014 के विधानसभा चुनावों से पहले मोदी ने कहा था "देश में नरेंद्र, प्रदेश में देवेंद्र" और शाह ने उन्हें महाराष्ट्र का वर्तमान और भावी CM बताया था। उनके करीबी देव भाऊ बुलाते हैं।
राज्य की मराठा-प्रधान राजनीति में ब्राह्मण चेहरे के रूप में अलग पहचान बनाई। उनके पिता गंगाधर राव नागपुर से MLC और मां सरिता फडणवीस विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी की निदेशक थीं।
22 जुलाई 1970 को जन्मे फडणवीस ने नागपुर विश्वविद्यालय से लाॅ ग्रेजुएट, बिजिनेस मैनेजमेंट में PG की डिग्री और DSE बर्लिन से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा प्राप्त किया है।
उनकी पत्नी अमृता एक्सिस बैंक से जुड़ी हैं। उनकी एक बेटी दिविजा है। वह खाने के शौकीन हैं। संगीत और फिल्मों से प्यार करते हैं। खेल, समसामयिक और इंटरनेशनल मामलों पर गहरी नजर रखते हैं।
उन्होंने 1992 और 1997 में लगातार 2 बार नागपुर नगर निगम के निर्वाचित सदस्य रहे। नागपुर मेयर के रूप में उन्हें भारत में अब तक का दूसरा सबसे युवा मेयर होने का गौरव प्राप्त है।