NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कराने वाला लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक बार फिर सुर्खियों में है। इस गैंग का मुख्य सरगना लॉरेंस है। वैसे, बेहद कम लोग ही उसका असली नाम जानते होंगे।
पंजाब के फाजिल्का शहर में 12 फरवरी, 1993 को एक पुलिस कांस्टेबल के घर पैदा हुए लॉरेंस का असली नाम सतविंदर सिंह है।
लॉरेंस जब पैदा हुआ तो काफी गोरा था, जिसकी वजह से मां ने बेटे का नाम लॉरेंस रखा। लॉरेंस लैटिन भाषा का शब्द है, जिसक अर्थ है उज्ज्वल और चमकता हुआ।
लॉरेंस नाम लैटिन मूल का है और यह लैटिन शब्द 'लॉरस' से बना है, जिसका अर्थ है 'लॉरेल'। रोमन काल में लॉरेल का पेड़ जीत और उपलब्धि का प्रतीक था, इसलिए लॉरेंस नाम इन गुणों से जुड़ता है।
लॉरेंस बिश्नोई सिर्फ 31 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया का बादशाह बन चुका है। उसके गैंग में 700 से ज्यादा शूटर्स हैं, जो एक इशारे पर किसी की भी हत्या कर सकते हैं।
लॉरेंस बिश्नोई जेल से ही अपना नेटवर्क चलाता है। उसे 2014 में राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, पेशी के लिए ले जाते वक्त वो चकमा देकर फरार हो गया था।
बाद में पुलिस ने 2016 में लॉरेंस बिश्नोई को दोबारा अरेस्ट किया। तब से वो अभी जेल में ही है। पहले वो दिल्ली की तिहाड़ जेल में था, लेकिन अब उसे अहमदाबाद की साबरमती जेल में रख गया है।
लॉरेंस बिश्नोई पर हत्या, अड़ीबाजी, जबरन वसूली के 24 से ज्यादा केस दर्ज हैं। पुलिस गिरफ्त से भागने की वजह से अब उसकी पेशी जेल में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये करवाई जाती है।