ये इस्कॉन मंदिर नामपल्ली स्टेशन रोड पर स्थित है। जन्माष्टमी के मौके पर यहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह दक्षिण भारत में इस्कॉन का हेडक्वार्टर भी है।
राधा वृंदावनचंद्र मंदिर बेहद खूबसूरत है। यहां कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां अगस्त से ही शुरू हो जाती हैं। रात 12 बजे यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।
मुंबई में स्थित श्री राधा रासबिहारी इस्कॉन मंदिर जुहू बीच के पास स्थित है। कृष्ण जन्मोत्सव पर यहां फूलों की सजावट से भगवान का श्रृंगार देखते ही बनता है।
ये इस्कॉन टेंपल साउथ चेन्नई के ईस्ट कोस्ट रोड पर स्थित है। 1.5 एकड़ में बना ये मंदिर तमिलनाडु का सबसे बड़ा राधा कृष्ण मंदिर है। इसे मंदिर अप्रैल 2012 में बना।
ईस्ट ऑफ कैलाश नगर में स्थित इस इस्कॉन टेंपल में जन्माष्टमी के दिन 5 से 7 लाख लोग एकत्रित होते हैं। यहां एक खूबसूरत आर्ट गैलरी है, जिसमें भगवान कृष्ण से जुड़ी जानकारी है।
वृंदावन में भक्तिवेदांत स्वामी मार्ग पर स्थित ये इस्कॉन मंदिर 1975 में बनाया गया। हर साल जन्माष्टमी के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होकर पूजा-अर्चना करते हैं।
गांधीनगर हाईवे पर स्थित इस इस्कॉन टेंपल में हमेशा 'हरे राम हरे कृष्ण'का भजन सुनाई देता है। लोगों को दैनिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए यहां पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
बेंगलुरू के राजाजी नगर में स्थित ये इस्कॉन टेंपल बेहद खूबसूरत है। जन्माष्टमी पर हर साल रंगीन रोशनी से सजाया जाता है। यहां भगवान को लगने वाला भोग बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है।
नवी मुंबई के खारघर में स्थित ये मंदिर भारत ही नहीं, एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन टेंपल है। 200 करोड़ की लागत से बने इस मंदिर में भक्त 16 जनवरी, 2025 से दर्शन कर सकेंगे।
श्री मायापुरा चंद्रोदय मंदिर भारत का सबसे बड़े इस्कॉन टेंपल है। ये पश्चिम बंगाल के के नदिया जिले में स्थित है। 700 एकड़ में फैले इस मंदिर की आधारशिला 1972 में रखी गई थी।