राहुल नार्वेकर को भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना है। जानें उनके राजनीतिक करियर, सफलता की कहानी और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में उनके योगदान के बारे में।
भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है। वह कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं और अब लगातार दूसरे बार विधानसभा अध्यक्ष के पद पर नियुक्त होंगे।
राहुल नार्वेकर ने शनिवार को नवनिर्वाचित विधायकों के साथ शपथ ली थी और रविवार को औपचारिक रूप से विधानसभा अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के लिए आवेद पत्र भरा।
47 वर्षीय राहुल नार्वेकर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत शिवसेना से की थी, लेकिन 2014 में उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) जॉइन कर ली थी और लोकसभा चुनाव लड़ा था।
2019 में उनका राजनीतिक सफर एक और मोड़ पर आया जब वे भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए और विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र की पिछली महायुति सरकार के दौरान देश के सबसे कम उम्र के विधानसभा अध्यक्ष बने थे। यह उनकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
उनका परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है। उनके ससुर NCP नेता रामराजे नाइक निंबालकर और पिता सुरेश नार्वेकर कोलाबा नगर पालिका के पार्षद रहे हैं। परिवार कई राजनीतिक पदों पर रह चुका है।
कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र से हाल ही में हुए चुनाव में राहुल नार्वेकर ने 81,085 वोट हासिल किए थे, जबकि उनके कांग्रेस प्रतिद्वंदी हीरा नवजी देवासी को 32,504 वोट मिले थे।
राहुल नार्वेकर की शादी वर्ष 2012 में सरोजिनी नाइक निंबालकर से हुआ। उनके 2 बेटियां हैं। बेटियों को वो अपने लिए लकी मानते हैं क्योंकि बेटियो के बाद उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया।
पेशे से अधिवक्ता रहे राहुल नार्वेकर ने बीकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है। स्कूलिंग टाइम में उनकी गिनती मेधावी छात्रों में की जाती थी।