सीएम एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में आज सबसे बड़े नेता हैं। वह फिर से अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन शिंदे की जिदंगी में एक समय ऐसा भी आया था, जब वो राजनीति छोड़ने वाले थे।
दरअसल, यह घटना आज से 24 साल पुरानी है। जब जून के महीने में उनकी आंखों के सामने सतारा नाव हादसे में उनके एक बेटा और एक बेटी की डूबने से मौत हो गई थी।
दोनों बच्चों के इस तरह जान के बाद एकनाथ शिंदे ने फैसला कर लिया था कि वह अब राजनीति नहीं करेंगे। क्योंकि उनका परिवार पूरी तरह बिखर चुका था।
एकनाथ शिंदे को दोबारा राजनीति में उनके बेहद करीबी और राजनीतिक गुरू आनंद दीघे लेकर आए थे। उनकी बात मानकर वह शिवसेना से फिर से जुड़े थे।
सीएम शिंदे जब कभी उस हादसे को याद करते हैं तो भावुक हो जाते हैं। आंखों से आंसू निकलने लगते हैं। कई बार वह इस घटना का जिक्र भी कर चुके हैं।
अब सीएम शिंदे के परिवार में उनकी पत्नी लता शिंदे और बेटा-बहू और एक नाती है। बेटा श्रीकांत भी पिता की तरह राजनीति में है, जो कि कल्याण सीट से सांसद हैं।