महाराष्ट्र देवेंद्र फडणवीस सरकार की सबसे कम उम्र की महिला मंत्री अदिति तटकरे का राजनीतिक सफर: उनके परिवार, करियर और MVA से शिंदे सरकार तक में मंत्री बनने की पूरी कहानी यहां जानें।
महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय से प्रतीक्षित फडणवीस सरकार के कैबिनेट विस्तार में अदिति तटकरे को NCP कोटे से तीसरी बार मंत्री बनाया गया है। वो NCP सांसद सुनील तटकरे की बेटी है।
अदिति ने 2014 में रायगढ़ जिला परिषद अध्यक्ष से राजनीतिक सफर शुरू किया। 2019 में पहली बार MLA बनीं अदिति MVA सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क जैसे कई विभागों का राज्यमंत्री बनाई गईं थी।
अजित पवार की बगावत के बाद अदिति तटकरे को एक बार फिर मंत्री पद मिला था। देवेंद्र फडणवीस गर्वनमेंट में भी उन्हें मंत्री बनाया गया है।
16 मार्च 1988 को जन्मीं अदिति तटकरे एनसीपी के वरिष्ठ नेता सुनील तटकरे की बेटी हैं। वह रायगढ़ की संरक्षक मंत्री भी रह चुकी हैं। अदिति का परिवार रायगढ़ जिले में काफी प्रभावशाली है।
भगवान शंकर पर गहरी धार्मिक आस्था रखने वाली अदिति तटकरे की उम्र अभी महज 36 साल की है। इस हिसाब से वो देवेंद्र फडणवीस सरकार में सबसे कम उम्र की मंत्री बनी हैं।
कोरोना महामारी के दौरान अदिति तटकरे ने लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया। उन्होंने सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई और अपनी नेतृत्व क्षमता से सभी को प्रभावित किया।
अदिति तटकरे अपनी सादगी, दृढ़ता और समर्पण के लिए जानी जाती हैं। महाराष्ट्र में महिला नेतृत्व को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका प्रेरणादायक है।
अदिति तटकरे का राजनीतिक सफर संघर्ष, मेहनत, और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने महाराष्ट्र में महिला नेतृत्व को एक नई दिशा दी है। अदिति का सफर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है।
अदिति की कुल संपत्ति Rs 3.4 करोड़ रुपए है, जिसमें Rs 1.2 करोड़ की चल और Rs 2.2 करोड़की अचल संपत्ति है। कोई देनदारी नहीं है। व्यावसायिक रूप से कृषि व बिजिनेस से जुड़ी हैं।