महाराष्ट्र चुनाव में करारी हार के बाद अब मुंबई से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अब उद्धव ठाकरे क्या करेंगे। उनका फ्यूचर पॉलिटिक्स को लेकर क्या प्लान है।
बीजेपी ने शिवसेना-यूबीटी के चारों खाने चित्त कर दिए हैं। परिणाम यह रहा कि उद्धव ठाकरे ने 95 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उन्हें सिर्फ 20 सीटें पर ही जीत मिल सकी।
उद्धव ठाकरे के लिए चुनाव नतीजों ने तगड़ा झटका दिया है। कहां वह सीएम बनने का सपना देख रहे थे। लेकिन अब वह विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं बचे हैं।
बता दें कि बालासाहब ठाकरे के संघर्ष के बाद शिवसेना इस लेवल तक पहुंची थी। लेकिन अब पार्टी टूट चुकी है। ऐसे में उद्धव ठाकरे को पार्टी को नए सिरे से खड़ा करना बड़ी चिनौती है।
वहीं राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है क अब उद्धव ठाकरे को सक्रिय राजनिती से सन्यांस ले लेना चाहिए। अब वर्ली से विधायक बने उनके बेटे आदित्य ठाकरे को कमान सौंप देना चाहिए।
चुनाव में मिली करारी हार के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा, "मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि जिन मतदाताओं ने 5 पहले लोकसभा चुनावों में बीजेपी वाले गठबंधन को हराया था, अब उन्हें कैसे जिता दिया।