महाराष्ट्र चुनाव का रिजल्ट आए 5 दिन हो गए हैं। लेकिन अभी तक सस्पेंस खत्म नही हआ है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। एकनाथ शिंदे क्लियर कर चुके हैं कि वह महाराष्ट्र के सीएम नहीं बनेंगे।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि शिंदे ने यूं ही नहीं CM का पद छोड़ा होगा। उन्होंने बीजेपी हाईकमान से कुछ डील की होगी। इसको लेकर शिंदे की आज गृह मंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग है।
चर्चा तो यह भी है कि शिंदे की पहली शर्त है कि उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाया जाए। श्रीकांत दूसरी बार सांसद बने हैं, वह कल्याण से लोकसभा सदस्य हैं।
शिंदे की दूसरी मांग है कि मुंबई नगर निगम यानि बीएमसी पर उनका राज हो, उनका मेयर बने और सारा फाइनेंस देखें। क्योंकि बीएमसी का बजट और ताकत किसी भी राज्य की सरकार से कम नहीं होता है।
शिंदे की तीसरी शर्त हो सकती है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जाए और सम्मानित मंत्री बनाया जाए। जैसे शिवराज सिंह चौहान से सीएम पद लेकर उन्हें कृषि मंत्री बनाया है।
शिंदे यह भी चाहते हों कि अगर यह तीनों बातें बीजेपी नहीं मानती है तो उन्हें महाराष्ट्र सरकार में ऐसा कोई पोर्टफोलियो मिले जो सीएम के बराबर हो। यानि डिप्टी CM के साथ गृह मंत्रालय
शिंदे यह भी चाहते होंगे कि बीजेपी उनके लिए महायुति संयोजक का कोई पद बनाया जाए। या फिर एनडीए में कोई नेशनल लेवल की जिम्मेदारी दी जाए। ताकि केंद्र और राज्य दोनों पर पकड़ रखी जा सके।