राजधानी जयपुर के नजदीक सांभर क्षेत्र में स्थित है, सांभर झील जो करीब 35 किलोमीटर लंबी है। यह देश की बड़ी नमक उत्पादन करने वाली जगह है, जहां चार नदियों का संगम है।
सफेद संगमरमर सा दिखने वाला यह नमक का रेगिस्तान प्री वेडिंग शूट के लिए फेमस है। बारिश के समय हर साल दुनिया भर के विदेशी पक्षी यहां डेरा जमाते हैं।
अपने कैमरा में शूट करने के लिए दुनिया भर के फोटोग्राफर यहां पहुंचते हैं। राजस्थान सरकार इस जगह को अब गुजरात के कच्छ रेगिस्तान की तरह संग्रहित करने की तैयारी कर रही है।
अपने कैमरा में शूट करने के लिए दुनिया भर के फोटोग्राफर यहां पहुंचते हैं। राजस्थान सरकार इस जगह को अब गुजरात के कच्छ रेगिस्तान की तरह संग्रहित करने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि इस जगह से पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। बताा जाता है कि कभी यहां पर राक्षसों के कुलगुरु शुक्राचार्य का निवास यही था।
पौराणिक मान्यता है कि राजपूत समाज की देवी शाकंभरी माता ने यहां की धरती को चांदी से भर दिया था , लेकिन उन्हें डर था यहां झगड़ा होंगे तो समाज ने आशीर्वाद वापस लेने देवी की पूजा की।
राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने सांभर फेस्टिवल की शुरुआत की है । नमक की इस झील को अब पूरी दुनिया में फेमस करने की तैयारी है।