उदयपुर में बीचो-बीच शहर में ऐसा एक मंदिर है जो पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता हो। जिसे उदयपुर का महालक्ष्मी मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर में लक्ष्मी माता हाथी की सवारी पर विराजित है। जबकि अन्य जगह वह कमल के फूल पर विराजती हैं। मंदिर का निर्माण दूसरे मंदिर के निर्माण के बाद बचे हुए पत्थरों से करवाया गया था।
दीपावली के पर्व पर यहां लक्ष्मी माता को सोने चांदी से बनी ड्रेस पहनी जाती है। जिसे तैयार करने के लिए दीपावली के 3 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी जाती है।
दीपावली के दिन यहां लोग अपने घरों में पूजा करने के बाद दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यहां इतनी ज्यादा भीड़ होती है कि 125 स्वयंसेवक व्यवस्था संभालते हैं।
इस अनोखे मंदिर में दर्शन के लिए देश विदेश से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। जो भी पर्यटक उदयपुर घूमने के लिए आते हैं वो इस मंदिर में जरूर आते हैं।