राजस्थान चुनाव में टिकट की चाहत में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन किए कई नेता के हाथ पार्टी बदलने के बाद भी खाली रह गए।
जयपुर शहर से मेयर रहीं कांग्रेस की ज्योति खंडेलवाल ने विधायक का टिकट मांगा लेकिन नहीं मिला। इस पर वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ गईं लेकिन वहां भी उन्हें टिकट नहीं मिला।
चूरू जिले से कांग्रेस के सीनियर नेता चंद्रशेखर बैद का नाम कटने पर उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली। यहा टिकट मिलने की भी पूरी आशा थी लेकिन लिस्ट में उनका नाम ही गायब था।
जोधपुर के युवा छात्रनेता रवींद्र सिंह भाटी कांग्रेस के संपर्क में थे। शिव विधानसभा सीट से टिकट भी मांगा था। इस बीच भाजपा के न्यौते पर पार्टी ज्वाइन कर ली, लेकिन टिकट नहीं मिला।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश मिश्रा को एक बार टिकट मिला लेकिन हार गए थे। सांगनेर सीट पर टिकट न मिलने पर वह भाजपा में शामिल हो गए। लेकिन वहां पर भी टिकट नहीं मिला।