राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 450 किमी दूर प्रतापगढ़ जिले में पहाड़ी पर स्थित है ये अद्भुत मंदिर।
गौतमेश्वर महादेव स्थित मंदिर के मंदाकिनी कुंड में डूबकी लगाने पर पाप मुक्ति प्रमाणपत्र दिया जाता है।
गौतमेश्वर महादेव मंदिर में 12 रुपये की फीस के बाद मंदिर प्रशासन की ओर से पाप मुक्ति प्रमाणपत्र दिया जाता है। यहां हर वर्ष 250 से 300 लोगों को पाप मुक्ति प्रमाणपत्र दिया जाता है।
गोतमेश्वर महादेव मंदिर के इस कुंड में आदिवासी अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के बाद राख विसर्जित करते हैं। इसलिए इसे वागड़ के हरिद्वार के नाम से भी जाना जाता है।
प्रसिद्ध ऋषि महर्षि गौतम यहां स्नान करने के बाद गाय की हत्या के पाप से मुक्त हो गए थे। माना जाता है कि जो इस ‘कुंड’ में डुबकी लगाते हैं वे अपने पापों से मुक्त हो जाते हैं।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। हर महीने हजारों लोग मंदिर में आते हैं। सावन के पवित्र महीने में और खासकर सोमवार को मंदिर में दर्शन और कुंड में स्नान की भीड़ लगती है।
आस्था के साथ ही पर्यटन के लिहाज से भी काफी प्रसिद्ध है गौतमेश्वर महादेव मंदिर। मंदिर को लेकर कई सारी किंवदंतियां भी प्रचलित है।