राजस्थान में इन दिनों विधानसभा चुनाव का माहौल चल रहा है। इस बीच हनुमानगढ़ जिले की कलेक्टर रुक्मिणी रायर ने लाउडस्पीकर पर बैन लगा दिया है। आदेश के बाद वो सुर्खियों में आ गईं।
रुक्मिणी रायर वह कलेक्टर हैं जो छठी क्लास में ही फेल हो गई थीं, लेकिन इस असफलता से उन्होंने सीख ली और आज कलेक्टर के पद पर हैं।
पंजाब में 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद वह आगे की पढ़ाई करने के लिए मुंबई चली गई। जिन्होंने मास्टर डिग्री में गोल्ड मेडल भी हासिल।
पढ़ाई के बाद रुक्मिणी कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी और इसी दौरान यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। कड़ी मेहनत की दम पर वो पहले ही प्रयास में इंडिया में दूसरी रैंक हासिल की।
रुक्मिणी कहती है कि यदि हम कुछ करने का सोच लेते हैं तो हमारा सेल्फ कॉन्फिडेंस अपने आप ही मजबूत हो जाता है बस हमें जरूरत होती है तो उसे सही तरह से काम में लेने की।
रुक्मणि रायर का जन्म चंडीगढ़ में सेवानिवृत डिप्यूटी डिस्ट्रिक अटॉर्नी होशियारपुर बलजिंदर सिंह के यहां हुआ था। घर में शुरू से ही पढ़ाई का माहौल था।