भाजपा के 41 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने के बाद राजस्थान में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बार छात्र राजनीति में खुद को साबित करने वाले कई नेताओं को भी टिकट मिल सकता है।
NSUI के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी लंबे समय से कांग्रेस कार्यक्रमों में शीर्ष नेताओं के साथ देखे गए हैं। वह जोधपुर के फलौदी क्षेत्र के लोहावट से कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं।
55 साल बाद जोधपुर के जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी में निर्दलीय जीत का डंका बजाने वाले रविंद्र भाटी साल से यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह बाड़मेर से चुनाव लड़ने के मूड में हैं।
राजस्थान विश्वविद्यालय में साल 2019 से एबीवीपी कैंडिडेट अमित बड़बड़वाल काफी सक्रिय हैं। 2016 में लॉ कॉलेज में उन्हें जीत मिली थी। अमित भी प्रदेश की राजनीति में आने को तैयार हैं।
एबीवीपी नेता अरविंद जाजड़ा नागौर से चुनाव लड़ने की चाहत रखते हैं। अरविंद का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इसबार टिकट मिलेगा और नहीं मिलेगा तो चुनावी मैदान में वह रहेंगे।
प्रदेश स्तर पर आज बड़ा मुकाम हासिल कर चुके कई छात्रनेताओं ने अपने करिअर की शुरुआत छात्र राजनीति से ही की है।
अक्सर देखा गया है कि वोटर्स नए युवा नेताओं को काफी सपोर्ट करते हैं। ऐसे में युवा छात्रनेताओं के लिए प्रदेश स्तरीय चुनाव में किस्मत आजमाने का अच्छा अवसर है।