राजस्थान के जयपुर में अरावली की पहाड़ी पर जयगढ़ फोर्ट स्थित है। यहां एशिया की सबसे बड़ी तोप है। जो इस किले की शान है।
जयगढ़ फोर्ट को 40 साल पहले पर्यटन केंद्र घोषित किया गया था। तब से यहां देश विदेश से लोग आते हैं। यहां किला घूमने के साथ ही पर्यटक तोप को भी नजदीक से निहारते नजर आते हैं।
जयगढ़ फोर्ट में एशिया की सबसे बड़ी तोप है। हैरानी की बात तो यह है कि इसे बनाने के लिए यहीं पर कारखाना भी तैयार किया गया था।
लोगों व इतिहासकारों का मानना है कि जयगढ़ के किले में खजाना है। जिससे राजा जयसिंह ने भी जयपुर का विकास किया था। लेकिन आज तक वह खजाना किसी को नहीं मिला।
ये तोप एक बार चलाई गई थी। जिसका गोला 35 किलोमीटर दूर जहां गिरा वहां तालाब बन गया था।
जयगढ़ का किला आमेर किले के पास राजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने तैयार करवाया था। सुरक्षा के लिए इस तोप का निर्माण करवाया था। जिसका नाम जयबाण तोप रखा था।
तोप का वजन 50 टन है, जिसकी नली की 31 फीट से अधिक लंबी है। इसके सामने इंसान भी खड़ा होता है तो वह छोटा सा नजर आता है।
इस किले पर जयपुर के राज परिवार द्वारा जश्न मनाया जा रहा है। जिसके तहत दो दिन तक विभिन्न आयोजन होंगे। जिसे देखने के लिए हजारों लोग भी पहुंचेंगे।