प्रदीप मिश्रा ने कहा- स्टूडेंट को केवल अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए। अपनी एजुकेशन में अच्छा करना चाहिए।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने छात्रों से कहा कि वह रोजाना अपने माता-पिता से बात करें। और उनके चरणों का स्मरण करें। अपनी समस्या उनके सामने रखें।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने छात्रों से कहा कि उन्हें अपने धर्म यानि सनातन पर विश्वास करना चाहिए। जितना समय हो उतने में ही ईश्वर को भी स्मरण करें।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कथा के जरिए वह स्टूडेंट और नवयुवकों को मैसेज देंगे कि उनके माता-पिता अच्छी एजुकेशन के लिए प्रयास कर रहे हैं ताकि उनका जीवन भी सार्थक हो।
कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कोटा पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। करीब 3 किलोमीटर लंबी कलश यात्रा निकाली गई इसके बाद वह कथास्थल तक पहुंचे।
वहीं बता दे कि इस महीने के पहले सप्ताह में कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी राजस्थान के अलवर शहर में आ रहे हैं। यहां वह कथा करने के साथ अपना दिव्य दरबार भी लगाएंगे।