कोटा के चंबल नदी स्थित मंदिर में भगवान गणेश की खड़ी मुद्रा में प्रतिमा स्थापित है। यही वजह है कि इसे खड़े गणेश जी का मंदिर कहते हैं।
कोटा के खड़े गणेश जी के मंदिर से हर साल गणेश चतुर्थी पर जुलूस निकाला जाता है। इसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं।
कोटा का खड़े गणेश जी का मंदिर 600 साल पुराना बताया जाता है। यहां रोजाना भक्त गणपति के दर्शन के लिए आते हैं।
कोटा के खड़े गणेश जी के मंदिर की विशेषता ये है कि यहां आने वाले श्रद्धालु की हर मनोकामना पूरी होती है।
इस अद्भुत मंदिर में एक कुंड के साथ गणेश उत्थान भी स्थित है। इसके आसपास काफी संख्या में मोर भी रहते हैं, जो इस गणेश उद्यान की शोभा बढ़ाते हैं।
कोटा के इस खड़े गणेश जी के मंदिर में हर बुधवार को मेला लगता है। इसमें काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।