आज झालावाड़ में आयोजित भाजपा की परिवर्तन यात्रा में पार्टी की कद्दावर नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुईं। ऐसे में चर्चा का विषय बना रहा।
झालावाड़ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य का निर्वाचन क्षेत्र रहा है। यहां वह पिछले 33 सालों से राजनीति करती आ रही हैं। वर्ष 1989 से लेकर 2003 तक वह यहां सांसद रही हैं।
झालावाड़ से विधायका का चुनाव जीतकर वसुंधरा ने अपनी राजनीतिक यात्रा जारी रखी लेकिन जब भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा जिले में पहुंची तो वहां कार्यक्रम में वह नहीं दिखीं।
भाजपा की परिवर्तन यात्रा में सभी नेताओं के एकजुट होने की बात कही जा रही है। फिर भी वसुंधरा गुट अलग दिख रहा। ऐसे में क्या परिवर्तन यात्रा भी गुटबाजी को खत्म नहीं कर सकी है।
भाजपा व्यक्तिगत कारणों से राजे का यात्रा में शामिल नहीं हो पाना बता रही है लेकिन राजनीतिक जानकारों के माने तो अभी तक पार्टी वसुंधरा गुट को साध नहीं पाई है।
चुनाव से पहले पार्टी के सामने बड़ी चुनौती पार्टी के अंदर चल रही खींचतान को दूर करना होगा। वरना इसका खामियाजा विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।