नई संसद की शुरुआत के साथ ही आज राजस्थान की सात करोड़ की जनता के लिए भी सबसे बड़ा दिन है। संसद भवन की शानदार बनावट और निर्माण में राजस्थान के कई शहरों के लोगों का योगदान है।
वास्तु के अनुसार बनाए गए संसद भवन के बाहरी आवरण को राजस्थान के धौलपुर जिले के लाल पत्थर से मजबूती दी गई है।
अंदर लॉबी और मुख्य हॉल में राजस्थान के अजमेर और उदयपुर शहरों से मंगाए गए तीन रंग के पत्थरों से संवारा गया है।
इनमें हरा ग्रेनाइट अजमेर से, केसरिया और हरे रंग का मार्बल पत्थर उदयपुर और दूध की तरह सफेद रंग का पत्थर उदयपुर के अंबाजा से मंगाया गया है।
झुझुनूं जिले के रहने वाले नामी आर्टिस्ट नरेश कुमावत ने नए भवन की पीपुल्स गैलेरी में समुद्र मन्थन की ब्रांस की पेंटिग लगाई है। इसे आठ बाई दस के फ्रेम में बनाया गया है।
इसके अलावा राजस्थान से कई मार्बल और पत्थरों में शानदार नक्काशी कर जालियों और झरोखों का निर्माण किया गया है।