कोटा कोचिंग के हब के रूप में देशभर में मशहूर हो गया है। यहां राजस्थान ही नहीं बल्कि एमपी, यूपी और अन्य प्रदेशों से हर साल लाखों स्टूडेंट कोचिंग करने आते हैं।
कोचिंग की इस नगरी में पिछले 20 दिनों में 4 स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया है। जिसका मुख्य कारण स्टूडेंट्स का मानसिक रूप से प्रेशर में आना है।
इसी साल 2 फरवरी को उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले के निवासी नूर मोहम्मद ने सुसाइड किया था। जो कोटा में ऑनलाइन कोचिंग ले रहा था।
इसी साल 31 जनवरी को कोटा की रहने वाली 18 साल की निहारिका ने सुसाइड किया था। जिसने सुसाइड नोट भी लिखा था।
24 जनवरी को यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले मोहम्मद जैद ने सुसाइड किया था। वह 19 साल का स्टूडेंट था, जो कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था।
12 फरवरी को जेईई मैन्स का रिजल्ट आया, जिसके बाद मंगलवार सुबह एक छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। इस प्रकार महज पिछले 20 दिन में ये चौथा सुसाइड का केस है।
जेइई की पिछले 2 साल से तैयारी कर रहे शुभकरण चौधरी 16 साल निवासी छत्तीसगढ़ ने सोमवार को रिजल्ट आने के बाद मंगलवार को फांसी लगाकर जान दे दी।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा का रहने वाला एक 16 साल का स्टूडेंट रचित सौम्या भी लापता है। चंबल किनारे उसके कपड़े और बैग मिले हैं। 50 से अधिक लोग उसकी तलाश कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स कई बार असफल होने या घरवालों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने के कारण गलत रास्ता अपना लेते हैं।
कई स्टूडेंट 10 वीं क्लास से ही जेईई या अन्य तैयारी करने लगते हैं। ऐसे में डबल पढ़ाई करना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहता है। पढ़ाई का अत्यधिक प्रेशर वे सहन नहीं कर पाते हैं।