राजस्थान में 25 सीटों पर लोकसभा चुनाव होंगे। इन सीटों पर बाड़मेर और डूंगरपुर से दो निर्दलीय नेताओं द्वारा नामांकन पत्र भरा गया है।
राजस्थान के बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार रवींद्र सिंह करीब 50 हजार लोगों के साथ नामांकन भरने पहुंचे। इतनी भीड़ देखकर भाजपा और कांग्रेस के नेता भी दंग रह गए।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव की कुल 25 सीटों पर भाजपा ने भी 25 उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। जबकि कांग्रेस ने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं दो सीटों पर अन्य को समर्थन दिया है।
राजस्थान के इतिहास में पहली बार हो रहा है। जब निर्दलीय पार्टी के नेताओं ने बड़ी पार्टी के नेताओं को हिलाकर रख दिया जिसमें एक नाम रवींद्र सिंह भाटी तो दूसरा नाम राजकुमार रोत है।
छात्र नेता से राजनीति की शुरुआत करने वाले रवींद्र सिंह भाटी 2023 में पहली बार निर्दलीय विधायक बने। उन्होंने पहली बार निर्दलीय सांसद के लिए नामांकन दाखिल किया है।
रवींद्र सिंह की नामांकन रैली में 50 हजार से अधिक लोग शामिल थे। BJP भी रवींद्र सिंह से समर्थन लेने की कोशिश कर रही थी। लेकिन भाटी ने समर्थन नहीं दिया है। वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
इसी तरह राजस्थान की डूंगरपुर लोकसभा सीट से राजकुमार रोत ने नामांकन दाखिल किया है। वे महज 32 साल के युवा नेता है। उन्होंने भारतीय आदिवासी पार्टी से नामांकन दाखिल किया है।
राजकुमार रोत यूं तो दूसरी बार विधायक बन चुके हैं। लेकिन वे सांसद का चुनाव पहली बार लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनका समर्थन लेने की कोशिश् की। लेकिन उन्होंने अपना समर्थन नहीं दिया।
निर्दलीय उम्मीदवारों को जनता के मिल रहे भारी समर्थन से पता चल रहा है कि राजस्थान की बाड़मेर और डूंगरपुर सीट पर चुनावी मुकाबला कड़ा रहेगा।