राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर बालाजी नाम से प्रसिद्ध मंदिर है। यहां बालाजी के साथ ही बाबा भैरवनाथ का मंदिर है। यहां देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
कहा जाता है कि जिन लोगों को भूत प्रेत या अन्य कोई बाधा होती है। उन्हें यहां सांकल और हथकड़ियां बांधकर रखा जाता है। बालाजी उनकी समस्या दूर कर उन्हें स्वस्थ कर देते हैं।
बताया जाता है कि ये मंदिर करीब 1000 साल प्राचीन है। यहां हर दिन श्रद्धालुओं की लाइन लगती है। यहां हनुमानजी की चट्टाननुमा मूर्ति है। जो अरावली पहाड़ से स्वंय प्रकट हुई है।
यहां हर दिन दोपहर 2 बजे से मंदिर में प्रवेश बंद हो जाता है। इसके बाद वहीं लोग यहां रहते हैं जिन्हें किसी भूत प्रेत या अन्य बाधा के कारण सांकल या हथकड़ियों से बांधकर रखा होता है।
मंदिर आने वाले भक्तों को पूरे सप्ताह मांस, मंदिरा तो दूर प्याज और लहसुन से भी परहेज करना होता है। मंदिर में बांधे जाने वाले ताबीज लेने के हर साल दस लाख से ज्यादा भक्त आते हैं।
मेहंदीपुर बालाजी धाम में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस कारण यहां दर्शन के लिए भक्तों की लाइन लगती है।