राजस्थान में इन दोनों नूर शेखावत का नाम सुर्खियों में है। यह नूर शेखावत कोई लड़की या लड़का नहीं बल्कि एक ट्रांसजेंडर है।
नूर ने राजस्थान के महारानी कॉलेज में पढ़ने के लिए आवेदन दिया है। नूर को सरकार की तरफ से विधानसभा चुनाव का ब्रांड एंबेसेडर भी बनाया गया है।
यह पहला मौक है जब राजस्थान में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर ने यूनिवर्सिटी में रेगुलर स्टडी के अप्लाई किया है। अगर नूर को एडमिशन मिल जाता है तो ये इतिहास बनेगा।
जैसे ही राजस्थान यूनिवर्सिटी के एडमिन ब्लॉक और फिर महारानी कॉलेज में नूर को देख वहां मौजूद स्टूडेंट भी चौंक गए।
नूर का जन्म 17 जून 1992 को सीकर के एक राजपूत परिवार में हुआ। घरवालों ने उसका नाम आदित्य ही रखा और फिर उसे लड़के की तरह ही दिखाया।
2012 में नूर ने जैसे तैसे अपनी 12वीं कक्षा पास की और फिर आखिरकार 2017 में उसने घर छोड़ दिया क्योंकि घर वाले उसे ऐसे ताने देने लगे कि हमारे लिए तो यह मर चुकी है।
राजस्थान राज्य के इतिहास में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को जन्म प्रमाण पत्र यानी की बर्थ सर्टिफिकेट दिया गया है।