राजस्थान की बेटी सुनीता खोखर को मिशन चंद्रयान-3 का हिस्सा होने का गौरव प्राप्त हुआ है। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद राजस्थान की इस बेटी पर प्रदेशवसी नाज कर रहे हैं।
नागौर जिले के डीडवाना क्षेत्र के डाकीपुरा गांव की रहने वाली सुनीता खोखर भी चंद्रयान-3 मिशन का हिस्सा रही हैं
इसरो में कार्यरत सुनीता खोखर चंद्रयान-3 का हिस्सा होने गर्व महसूस कर रही हैं। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है।
राजस्थान की बेटी सुनीता खोखर पिछली बार चंद्रयान-2 के मिशन का भी हिस्सा रह चुकी हैं। इसरो में चंद्रयान-2 के समय ही उनका सेलेक्शन हो गया था।
नागौर जिले के डीडवाना क्षेत्र के डाकीपुरा गांव की रहने वाली सुनीता खोखर ने कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक की पढ़ाई गांव के स्कूल से ही की। इसके बाद आगे पढ़ने के लिए शहर गईं।
इसरो में कार्यरत नागौर की साइंटिस्ट सुनीता खोखर का आज भी राजस्थान और यहां के कल्चर व गांव से गहरा जुड़ाव है।