राजस्थान में इस बार भाजपा और कांग्रेस ने कई संतों और महंतो को टिकट दिया है। भाजपा ने पहली बार तीन संतों को सीट पर उतारा है और तीनों ने ही जीत दर्ज की है।
भाजपा ने तिजारा से बाबा बालक नाथ को टिकट दिया, उन्होने जीत दर्ज की है। जिनका नाम सीएम की रेस में भी आगे चल रहा है।
बीजेपी ने अपने दूसरे सतं जैसलमेर जिले के पोकरण से महंत प्रताप पुरी को टिकट दिया गया, उन्होनें भी जीत दर्ज की है।
वहीं बीजेपी ने जयपुर से बाल मुकुंदाचार्य को टिकट दिया गया है, उनकी जीत सबसे चौंकाने वाली है। क्योंकि वह पहली बार चुनाव लड़े थे।
वहीं कांग्रेस ने भी एक संत को टिकट दिया। कांग्रेस ने सिरोही सीट से ओटाराम देवासी को टिकट दिया है, वे भी जीत के काफी करीब हैं।
भाजपा ने सनातन और हिंदुत्व को इस बार सबसे बड़ा मुद्दा बनाया। कन्हैयालाल मर्डर केस हो, भीलवाड़ा में बच्ची को भून डालने का केस हो, या फिर लाल डायरी…जो गहलोत पर भारी पड़ गए।