राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है यह अनोखा किराड़ू मंदिर। इस मंदिर से जुड़ी रोचक कहानियों के चलते इस मंदिर में आने वालों की भीड़ लगती है।
राजस्थान के इस प्रसिद्ध किराड़ू मंदिर में सूरज ढलने के बाद कोई नहीं रुकता है।
राजस्थान के किराड़ू मंदिर के लिए कहा जाता है कि जो भी यहां दिन ढलने के बाद या रात में रुकता है वह पत्थर की मूरत बन जाता है।
किराड़ू मंदिर "राजस्थान का खजुराहो' के नाम से प्रसिद्ध है। यहां दीवारों पर उकेरी गईं आकृतियां खजुराहो मंदिर के जैसी ही हैं।
सैकड़ों साल पहले यह मंदिर 'किराट कूप' के नाम प्रसिद्ध था। मंदिर की 5 शृंखलाएं हैं। इनमें शिव मंदिर और विष्णु मंदिर ही अब बचे हैं बाकी तीन खंडहर बन चुके हैं।
कहते हैं यहां बीमार शिष्य की एक महिला ने मदद की थी। साधु ने महिला को गांव छोड़ने और पलटकर पीछे न देखने को कहा था, पर वह पलट गई और पत्थर की बन गईं। तब से यहां रात कोई नहीं रुकता।
किराड़ू मंदिर में तैनात सुरक्षा गार्ड और मंदिर प्रशासन कर्मचारी किसी को दिन ढलने के बाद रुकने नहीं देते। खुद भी मंदिर परिसर से बाहर चले जाते हैं।