राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने 10 दिन पहले सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को बिना विधायक बने चार विभागों का मंत्री बनाया था। लेकिन अब वह चुनार हार गए हैं।
दरअसल नियम है कि कोई भी नेता चुनाव हारने के बाद भी बिना विधायक बने 6 महीने तक मंत्री रह सकता है, मसलन वह पार्टी से जुड़ा हुआ हो।
10 दिन पहले मंत्री बने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को इंदिरा गांधी नहर विभाग, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री, कृषि विपणन विभाग और कृषि शिक्षित क्षेत्र विकास जल उपयोगिता विभाग दिए थे।
अब आने वाले दिनों में भजनलाल शर्मा सरकार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मंत्री पद से हटा सकती है और उनके चारों विभाग अन्य नेताओं को दिए जा सकते हैं।
सुरेंद्र पाल सिंह से मंत्री पद तो चला जाएगा, लेकिन वह बीजेपी पार्टी के सदस्य तो रहेंगे ही। वह भाजपा के सीनियर नेता हैं, पिछले दो बार से मंत्री रहे हैं।
सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को 11000 से ज्यादा वोटो से हारने वाले रुपिंदर सिंह कन्नूर की जीत के बाद कांग्रेस पक्ष में खुशी की लहर है।