राजस्थान की आदिवासी महिला धोली मीणा ने कमाल कर दिया है। उन्होंने यूरोप के खतरनाक ज्वालामुखी पर पहुंचकर तिरंगा लहराया है।
राजस्थान के दौसा जिले की रहने वाली धोली मीणा अपने देशी लुक के कारण फेमस है। वह हमेशा लुगड़ा पहनती है। वह इस पर्वत को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है।
राजस्थान की धोली मीणा ने माल्टा विदेश में रहकर भी भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दिया है। यही कारण है कि वे हमेशा सुर्खियों में रहती है।
धोली मीणा ने यूरोप के सबसे खतरनाक और सबसे ऊंची ज्वालामुखी माउंट एटना पर तिरंगा लहराया है। जहां 2023 में लावा विस्फोट होने के चलते पूरा शहर बंद करना पड़ा था।
धोली मीणा ने इस दौरान कोई स्पेशल सूट नहीं पहना था, बल्कि वे पारंपरिक कपड़ों में ही नजर आई। धोली सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हैं। जिन्हें लोग काफी ज्यादा फॉलो करते हैं।
जब इन्होंने तिरंगा लहराते हुए पर्वत पर जय श्री राम के नारे लगाए तो उनके साथ मौजूद विदेशी लोगों ने भी इनका साथ दिया।
दौसा की रहने वाली धोली के पति माल्टा में नौकरी कर रहे हैं। धोली भी वहां रहती है लेकिन वह सारे भारतीय पर्व और रीति-रिवाज को मानती है। उनके कार्यक्रम में विदेशी भी शामिल होते हैं।