सफल होने के लिए इंसान को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन राजस्थान की एक IRS बेटी ने ऐसा संघर्ष किया कि उसके आगे बीमारी ने भी हार मान ली। आज वह बड़ी अफसर है।
हम बात कर रहे हैं उम्मूल खैर की। जो दिल्ली में झुग्गी झोपड़ी में रहकर IRS बन गई। उनका परिवार मूल रूप से राजस्थान के पाली का रहने वाला है। काम की तलाश में परिवार दिल्ली गया।
असुविधाओं के बीच भी उम्मूल ने हार नहीं मानी। उसे हड्डियों की गंभीर बीमारी थी, जिसके चलते उसके शरीर में करीब 16 फ्रैक्चर हुए। उम्मूल को 8 सर्जरी भी करवानी पड़ी।
स्कूल के बाद घरवाले पैसों के अभाव में बेटी को पढ़ना नहीं चाहते थे। लेकिन उसकी जिद्द पढ़ने की थी। उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी की गार्गी कॉलेज से ग्रेजुएशन में 91% अंक हासिल किए।
आगे की पढ़ाई करके UPSC की तैयारी करना शुरू कर दिया। उसके बाद यूपीएससी 2016 में उन्होंने ऑल इंडिया लेवल पर 420 वीं रैंक हासिल की। जो फिलहाल डिप्टी कमिश्नर के पद पर नौकरी कर रही है।
बीमार होने के बावजूद भी वह बच्चों को ट्यूशन पड़ती। ताकि खुद की पढ़ाई का खर्चा निकले और परिवार की मदद हो। बीमार बच्ची के इस हौसले को देखते हुए कई सामाजिक संगठनों ने भी उसकी मदद की।