चित्तौड़गढ़ फोर्ट में कालिका माता का प्रसिद्ध पुराना मंदिर है। फोर्ट आने वाला हर व्यक्ति इस मंदिर में दर्शन करने जरूर जाता है। नवरात्र में माता का सोने के जेवर से शृंगार होता है।
मां त्रिपुरा सुंदरी का अद्भुत मंदिर राजस्थान के आखिरी छोर बांसवाड़ा के माही बांध के किनारे बना है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी कई बार यहां दर्शन करने के लिए गई हैं।
करौली में केला देवी का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर करौली में घने जंगलों के बीच बना हुआ है। मानसून के दौरान यहां का नजारा अद्भुत रहता है।
अंबिका माता का प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर में स्थित है। यह मंदिर चारों तरफ से अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
जोधपुर का चामुंडा माता मंदिर राजस्थान में काफी मान्यता है। यहां नवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
बीकानेर स्थित करणी माता का मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर को राजस्थान में चूहों वाले मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह राजस्थान में रेगिस्तानी इलाके बीकानेर में स्थित है।
जालौर में सुंधा माताजी का मंदिर लगभग 900 वर्ष पुराना है जो ऊंची पहाड़ी पर बसा है। इसमें सुंधा माता की सुंदर मूर्ति स्थापित है। यह जालौर जिले के भीनमाल में स्थित है।
जयपुर के आमेर फोर्ट में शिला माता का मंदिर है। राजा और महाराजाओं के काल में बने इस मंदिर में वर्तमान में नवरात्र के दौरान मां दुर्गा का सोने-चांदी से शृगार होता है।