महाकुंभ 2025 में 63 विदेशी श्रद्धालुओं ने सनातन धर्म अपनाते हुए गुरु दीक्षा ली। जानें कैसे जगतगुरु सांईं मां लक्ष्मी देवी ने उन्हें जीवन की नई राह दिखाई।
इस बार महाकुंभ में 63 विदेशी श्रद्धालुओं ने सनातन धर्म अपनाया। शक्ति धाम में जगतगुरु सांईं मां लक्ष्मी देवी के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इन्हें गुरु दीक्षा दी गई।
महाकुंभ में ये विदेशी श्रद्धालु जीवन में स्पष्टता की तलाश और मानसिक अशांति से जूझ रहे थे। लेकिन गुरु दीक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने भीतर सकारात्मक परिवर्तन महसूस किया।
जगतगुरु सांईं मां लक्ष्मी देवी ने कहा, "सनातन धर्म हर व्यक्ति को शांति और जीवन का सही मार्ग दिखाने की शक्ति रखता है। इसकी सरलता और गहराई लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।"
रूस में जन्मी और अमेरिका में रहने वाली फोटोग्राफर नताशा कर्टेस ने कहा कि उन्होंने दुनिया के कई हिस्सों की यात्रा की, लेकिन असली शांति उन्हें सनातन के मार्ग पर आने के बाद ही मिली।
संयुक्त राज्य अमेरिका के डेटा साइंटिस्ट माइकल कैनेडी ने बताया कि दीक्षा से पहले उनके जीवन में स्पष्टता की कमी थी। वे कई सवालों में उलझे रहते थे, लेकिन उन्हें अपनी राह मिल गई।
मेगन (न्यूयॉर्क), सुसान मुचनिज (यूएसए), डीन हिंडर-हॉकिन्स (ऑस्ट्रेलिया), नतालिया इज़ोटोवा (कनाडा), जस्टिन वॉटसन (इंडोनेशिया), इंगे तिजगत (बेल्जियम) आदि ने भी गुरु दीक्षा ली।