गोरखपुर से संगम तक: कांटो वाले बाबा की हठ योग यात्रा
Uttar Pradesh Jan 31 2025
Author: Akshansh Kulshreshtha Image Credits:Our own
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बबूल के कांटों पर लेटकर डमरू बजाते हैं बाबा
65 वर्षीय बाबा रामचंद्र दास गोरखपुर के निवासी हैं और पिछले 40 वर्षों से कांटो पर लेटने की कठिन साधना कर रहे हैं। बचपन से ही उन्होंने हठ योग की शुरुआत की थी।
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हठ योग का विशेष रूप, भीख मांगने का तरीका नहीं
बाबा से पूछा गया कि वह कांटों पर क्यों लेटते हैं, तो उन्होंने बताया कि यह उनकी हठ योग का हिस्सा है। यह किसी प्रकार से भीख मांगने का तरीका नहीं बल्कि आध्यात्मिक अभ्यास का एक रूप है।
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गंगा सागर क्यों नहीं गए? बाबा ने बताया कारण
बाबा रामचंद्र दास ने बताया कि वह अब तक सभी प्रमुख सनातनी धार्मिक आयोजनों में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इस बार गंगा सागर नहीं गए। कारण था कि वहां कांटों की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी
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12 फरवरी तक रहेंगे महाकुंभ में, फिर मथुरा जाएंगे
बाबा रामचंद्र दास ने बताया कि वह माघी पूर्णिमा तक महाकुंभ में रुकेंगे और फिर मथुरा जाएंगे। उनके दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
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श्रद्धालु बाबा से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं
कांटो वाले बाबा की साधना अद्वितीय है। उनके कांटों पर लेटने की तपस्या और आध्यात्मिक जीवन से जुड़ी बातें भक्तों को आकर्षित कर रही हैं।